18वीं लोकसभा के पहले सत्र के आरंभ पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बड़ा संबोधन कर रहे थे. यह सत्र 24 जून को नई सरकार के गठन के बाद शुरू हुआ1.
मोदी जी ने इस मौके को संसदीय लोकतंत्र के लिए महत्वपूर्ण बताया. उन्होंने सभी नवनिर्वाचित सांसदों को बधाई दी. उन्होंने कहा कि यह विशेष है क्योंकि इस बार शपथ ग्रहण समारोह नए संसद भवन में हो रहा है.
प्रधानमंत्री ने आम सहमति की जरूरत पर भाषण दिया. उन्होंने सभी दलों को मदद करने की अपील की. इससे संसद में रचनात्मक चर्चा होगी, यह कहा गया.
मोदी ने बताया कि इस बार 65 करोड़ से अधिक मतदाताओं ने भाग लिआ. यह लोकतंत्र की मजबूती को दिखाता है2.
संसद खुलते ही मोदी जी ने ‘आम सहमति’ की मांग की. उन्होंने कहा कि सरकार चलाने के लिए भारी बहुमत काफी है. लेकिन देश को अगले स्तर पर ले जाने के लिए सभी साथ चाहिए.
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार की शक्ति उसकी नीतियों और नीयत पर मुहर है. धीरे धीरे, इस विश्वास से तीसरी कार्यकाल को और अधिक उत्पादक बनाया जा सकता है2.
प्रमुख बिंदु
- 18वीं लोकसभा का पहला सत्र 24 जून को शुरू हुआ
- नए संसद भवन में पहली बार शपथ ग्रहण समारोह
- प्रधानमंत्री ने आम सहमति की मांग की
- 65 करोड़ से अधिक मतदाताओं ने मतदान में हिस्सा लिया
- राजनीतिक एकजुटता पर जोर
- रचनात्मक संसद सत्र की अपील
18वीं लोकसभा का पहला सत्र: एक नई शुरुआत
18वीं लोकसभा का पहला सत्र 24 जून से शुरू हुआ और 3 जुलाई तक चला। इसमें कुल 8 बैठकें होंगी।3 नया संसद भवन समारोह की जगह बनाई गई है, इसलिए यह सत्र अत्यधिक महत्वपूर्ण है।
नए संसद भवन में पहली बार शपथ ग्रहण समारोह
नए सांसदों को प्रोटेम स्पीकर शपथ दिला गया है।3 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संविधान की महत्वता पर बात की है। उन्होंने कहा है कि हम संविधान पर किए गए सभी हमले स्वीकार नहीं कर सकते।3
तीन जुलाई तक चलने वाला सत्र
इस सत्र में कई महत्वपूर्ण घटनाएं होंगी। 27 जून को राष्ट्रपति संसदीय दोनों सदनों की एक साथ बैठक करेंगे। उसके बाद राष्ट्रपति के अभिभाषण पर विचारों का तटस्थ होगा।3
नए लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव
26 जून को नए लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव है।4 सरकारी और विपक्षी दिल्ली हरी भूमिका निभा सकते हैं। भाजपा ने इसकी निष्कर्ष की जानकारी दी है कि वह निर्भरता छोड़कर अध्यक्ष का चयन हो सकता है। यह पद उनके दलों में से किसी को भी मिल सकता है।5
गठबंधन | सीटें |
---|---|
भाजपा नीत एनडीए | 293 |
कांग्रेस गठबंधन | 234 |
इस सत्र में देश के विकास पर बहस होगी। प्रधानमंत्री मोदी ने शासन के प्राथमिकता पर जोर दिया है4. यह सत्र नए भारत की ओर महत्वपूर्ण कदम है।
प्रधानमंत्री मोदी का संबोधन: लोकतंत्र का महत्व
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में लोकतंत्र के महत्व पर बात की। उन्होंने यह दिन गौरवमय और वैभव पूर्ण बताया। मोदी जी ने नव निर्वाचित सांसदों का स्वागत किया।6
उन्होंने बताया कि 65 करोड़ से ज्यादा लोगों ने चुनाव में भाग लिया। इसे एक शांत और गरिमापूर्ण प्रक्रिया बताया।76 यह एक राजनीतिक समझौता का प्रतीक है।
मोदी जी ने सहमति की महत्वता पर भी बात की। उन्होंने व्यक्त किया कि सरकार चलाने के लिए लोक सहमति जरूरी है।6 इसे मतभेदों को कम कर के हल करने का आह्वान भी था।
हमें एक जिम्मेदार विपक्ष की आवश्यकता है जो देश को सहानुभूति से सेवा करे।
25 जून को मोदी जी ने इमरजेंसी के 50 साल पूरे होने पर भी भाषण दिया। इसे भारतीय लोकतंत्र के लिए एक महत्76 व गोराक्षा का संदेश बताया।
अंत में, मोदी जी ने नए भारत की एक मिसाल बनाने की बात की। उन्होंने 18वीं लोकसभा की जनता की आशाओं को पूरा करने का वायदा किया।6
चुनाव के बाद संसद खुलते ही मोदी ने की ‘आम सहमति’ की मांग
नए संसद भवन में 18वीं लोकसभा का पहला सत्र शुरू हो गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी दलों से राजनीतिक एकजुटता का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि सरकारी कार्यक्रमों पर सहमति आवश्यक है देश की प्रगति के लिए।
सरकार चलाने के लिए बहुमत, देश चलाने के लिए आम सहमति
मोदी ने बताया कि सरकार चलाने के लिए बहुमत जरूरी है। लेकिन, देश को आगे बढ़ाने के लिए सभी की सहमति भी जरूरी है। बीजेपी के पास 240 सीटें हैं, जबकि एनडीए का 293 सीटें का संख्याबल है।8
मोदी जी ने इस हालत में भी विपक्ष की सुनी और उनके सुझावों पर ध्यान देने की बात कही।
नागरिकों का भरोसा: सरकार की नीतियों और नीयत पर मुहर
प्रधानमंत्री ने जनता के भरोसे को साबित करने स्पष्टता से एक शुक्रिया व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि जनता के इस भरोसे से सरकार की नीतियों और नीयत की पुष्टि होती है। लोकसभा चुनाव के दौरान भारत सरकार के कोष से लगभग 60,000 करोड़ रुपये का खर्च हुआ।9
सर्वसम्मति से देश को आगे बढ़ाने का आह्वान
मोदी जी ने सभी दलों से कहा कि सर्वसम्मति से काम करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि सभी का साथ विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। सांसदों की ‘आम सहमति’ की मांग, राजनीतिक एकजुटता की दिशा में एक पॉजिटिव कदम है।9
यह सहयोग देश के विकास के लिए नई ऊंचाइयों पहुंचाएगा।
18वीं लोकसभा की विशेषताएं
18वीं लोकसभा में युवा सांसदों की बढ़ती संख्या एक महत्वपूर्ण विशेषता है। नई ऊर्जा और विचारों के साथ, ये युवा सांसद राष्ट्रीय विकास में मदद कर सकते हैं।
भारतीय जनता पार्टी 293 सीटों पर विजयी हुई, जिसमें 21 सीटें बहुमत से अधिक हैं।10 इससे स्पष्ट होता है कि जनता विकास के पक्ष में है।
नए अध्यक्ष का चुनाव बहुत महत्वपूर्ण है। इस बार यह चुनाव वोटिंग द्वारा हो सकता है11, जिसका अर्थ है कि उम्मीद है कि यह सामरिक मामलों को ध्यान में रखेगा।
युवा सांसदों की ताजगी और अनुभवी सांसदों का मार्गदर्शन मिलकर राष्ट्रीय विकास को नई दिशा दे सकता है।
विपक्ष की भूमिका भी बहुत महत्वपूर्ण है। पिछले लोकसभाओं में विपक्ष को 10% से अधिक सीटें नहीं मिली थीं।10 इस बार कांग्रेस ने राहुल गांधी को नेता प्रतिपक्ष बनाने की मांग की है।
विशेषता | विवरण |
---|---|
युवा सांसद | बड़ी संख्या में नए चेहरे |
सत्ता पक्ष | स्पष्ट बहुमत |
विपक्ष | नए नेतृत्व की संभावना |
लोकसभा अध्यक्ष | चुनाव प्रक्रिया में बदलाव |
इस नई लोकसभा से उम्मीद है कि यह विकसित भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। युवा सांसदों की नई ऊर्जा और अनुभवी सदस्यों का मार्गदर्शन मिलकर राष्ट्रीय विकास को नई ऊंचाइयों तक ले जा सकता है।
पुराणों से संबंध: प्रधानमंत्री का दृष्टिकोण
प्रधानमंत्री मोदी ने 18वीं लोकसभा के चर्चे में भारतीय संस्कृति को बताया। उन्होंने पुराणों और धार्मिक ग्रंथों के महत्व की चर्चा की। उन्होंने संसद से लोगों की सामान्य सहमति मांगी।12
18 अंक का सात्विक मूल्य
मोदी जी ने बताया कि 18 अंक की खासियत है। यह भारतीय आध्यात्मिक परंपरा के साथ जुड़ा हुआ है। वे इसे राष्ट्रीय विरासत से संबंधित बताते हुए इसके महत्व को बताए।
गीता के 18वें श्लोक का महत्व
प्रधानमंत्री ने गीता के 18वें श्लोक का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि यह श्लोक करुणा और कर्तव्य की शिक्षा देता है। यह भारतीय मूल्यों का प्रतिबिंबन है।
18 पुराणों का उल्लेख
मोदी जी ने 18 पुराणों का महत्व बताया। ये हमारी सांस्कृतिक विरासत का मुख्य हिस्सा हैं। उन्होंने इसे जिटना महत्वपूर्ण बताया जैसे की मताधिकार 18 वर्ष की आयु के बाद मिलता है।13
संख्या 18 का महत्व | विवरण |
---|---|
गीता के अध्याय | 18 |
पुराणों की संख्या | 18 |
मताधिकार की आयु | 18 वर्ष |
महाभारत का युद्ध | 18 दिन |
इस प्रकार, मोदी जी ने भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिकता पर एक नया दृष्टिकोण दिया। वे राष्ट्रीय विरासत और लोकतंत्र को जोड़ने का प्रयास करते हैं।
इमरजेंसी की 50वीं वर्षगांठ: एक काला अध्याय
भारत के राजनीतिक इतिहास की 25 जून बहुत ही महत्वपूर्ण तारीख है। इस दिन को आपातकाल लागू कर लोकतांत्रिक मूल्यों का प्रहार हुआ था। एक अरबान साल पहले, देश में आपातकाल घोषित होने से भारतीय लोकतंत्र पर बड़ा धक्का पहुंचा था।14
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह घटना भारत के इतिहास के एक काले पन के रूप में नामित किया। इस दौरान, संविधान की पिरवी की गई और पूरे देश को जेल बना दिया गया था।15
आपातकाल ने हमारे लोकतांत्रिक मूल्यों को कुचलने का प्रयास किया, लेकिन भारतीय जनता ने अपनी एकता और दृढ़ता से इसका मुकाबला किया।
आपातकाल की यादें हमें हमेशा सताती रहेगीं। उस समय 62,131 लोगों को गिरफ्तार किया गया और सांख्यिकीय बताती है कि 18,4971 लोग इसका सामना कर रहे थे।15 यह हमें सिखाता है कि हमें हमेशा लोकतंत्र की रक्षा करनी चाहिए।
आज, जब हम इस घटना की 50वीं वर्षगांठ मना रहे हैं, तोह हमें सोचना चाहिए। हमारे लोकतांत्रिक मूल्यों को मजबूत करना बहुत जरूरी है। हमें ध्यान रखना चाहिए कि एक और ऐसा संकट हमारे इतिहास को बर्बाद न करे।
नए भारत का संकल्प: विकसित राष्ट्र की ओर
नरेंद्र मोदी ने नए युग की शुरुआत करवाई है। उनका सपना है कि 2047 तक भारत एक विकसित राष्ट्र बनेगा। इस लक्ष्य में आर्थिक विकास और अंतरराष्ट्रीय पहचान बढ़ाना शामिल है।
2047 तक विकसित भारत का लक्ष्य
मोदी सरकार चाहती है कि 2047 तक, भारत विश्व की शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं में हो। इसे हासिल करने के लिए, सरकार आर्थिक विकास को गति देना चाहती है।
सरकारी कार्यकाल: एक नया अवसर 60 वर्षों बाद
मोदी ने रोशनी डाली कि 60 सालों के बाद किसी सरकार को तीसरी बार सेवा का अवसर मिला है। Lok Sabha के चुनाव में 65 करोड़ लोगों ने अपने वोट से इसे साबित किया।16
नई सरकार ने मुक्कमल भरोसा दिखाया है। वह आर्थिक विकास, सामाजिक प्रगति, और अंतरराष्ट्रीय मान्यता के लिए साथी है। सरकार को जनता का विश्वास देने के कारण तीसरी बार चुना गया है।16
युवाओं की बड़ी संख्या नये विचार और ऊर्जा का प्रतीक है।16 वे भारत की विकास में मददगार हो सकते हैं।
युवा सांसदों की भूमिका: नई ऊर्जा और दृष्टिकोण
18वीं लोकसभा में युवा सांसदों की संख्या बढ़ गई है। ये युवा नेताएं से हमें नए विचार और नवीन राजनीतिक नवाचार की उम्मीद है। यह नवीनतम युवा नेतृत्व संसद में ताजगी और उत्साह का माहौल बना रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने युवा सांसदों से देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की अपेक्षा जताई है। उन्होंने कहा कि उनकी नई ऊर्जा और दृष्टिकोण से देश को नई दिशा मिलेगी। यह युवा नेतृत्व देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगा।
युवा सांसदों से अपेक्षा है कि वे ग्रामीण क्षेत्रों की चुनौतियों पर ध्यान देंगे। इन्हें उन्हें जगह जहां कृषि की वृद्धि में केवल 0.1% का वृद्धि देखने को मिला।
17 इसके अतिरिक्त, वे प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 30 मिलियन गरीब परिवारों के लिए किफायती आवास बनाने में मदद करेंगे।
युवा नेतृत्व से यह भी उम्मीद है कि वे विदेश नीति, सुरक्षा और रक्षा पर आम सहमति बनाएंगे। इस नये युवा नेतृत्व से देश के विकास के नए आयाम स्थापित होंगे।
“युवा सांसदों की नई ऊर्जा और दृष्टिकोण से देश को नई दिशा मिलेगी।” – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
18 यह नए युवा नेतृत्व में विविधता दिखाई देती है। मंत्रिमंडल में 60% मंत्री सब के वंचित और कमजोर वर्गों से हैं।
वहाँ अन्य पिछड़ा वर्ग, ओबीसी, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अल्पसंख्यक समुदाय के साथ हैं। इस विविधता से नए विचार और दृष्टिकोण आएेंगे, जो देश के समग्र विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
विपक्ष से अपेक्षाएं: लोकतंत्र की गरिमा बनाए रखना
लोकतंत्र की रक्षा में, विपक्ष का होना जरूरी है। उनका सक्रिय हिस्सा लोकतंत्र को मजबूत बनाता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने सभी से सहयोग और आलोचना की अपील की है।
भाजपा को चुनाव में बड़ी जीत मिली है। 293 सीटों में, भाजपा को 234 सीटें मिलीं।19 परंतु, प्रधानमंत्री ने अब भी विपक्ष के साथ मिलकर काम करने की चाहत जताई है।
कांग्रेस और भाजपा के बीच, 215 सीटों का तीव्र मुकाबला हुआ। 70% मुक़ाब़ला भाजपा ने जीता।20 इसके परिणामस्वरूप, विपक्ष को अपनी रणनीति का पुनर्विचार करना चाहिए।
संसद में विचारों का आदान-प्रदान और रचनात्मक बहस ही लोकतंत्र की आत्मा है।
विपक्ष से यह अपेक्षा की जाती है कि वे संसद में सक्रिय रूप से हिस्सा लें। उनसे सरकार की नीतियों पर आलोचना करना भी चाहिए है।
साथ, राष्ट्रीय महत्व के मुद्दे पर सहयोग करना उतना ही जरूरी है। ऐसा करके, विपक्ष लोकतंत्र को मजबूत और देश के विकास में मददगार बनाएगा।
सरकार का वादा: तीन गुना मेहनत, तीन गुना बेहतर परिणाम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में एक महत्वपूर्ण संबोधन दिया। उन्होंने सरकार की नई प्रतिबद्धता का चर्चा की।
उन्होंने बताया कि सरकार तीन गुना मेहनत कर बेहतर परिणाम लाती है। इसमें कृषि क्षेत्र का योगदान विशेष है।
यहाँ तीन गुना फसलों की उपज और किसानों की आय बढ़ी है।12
जनता के प्रति जवाबदेही का महत्व
प्रधानमंत्री ने जनता के साथ जवाबदेही का महत्व बताया।
कामकाज में 140 करोड़ नागरिकों की आशाएं पूरी करने का सरकार ने वादा किया है।
विकास के नए आयाम स्थापित करने का लक्ष्य
मोदी ने विकास के नए आयाम स्थापित करने की बात कही।
उनका कहना है कि कृषि बुनियादी ढांचे में तीन गुना निवेश हुआ है।
हाल के उस्के कारण फसल कटाई के नुकसान में भी तीन गुना कमी हुई है।12
ये प्रयास उद्देश्यित हैं जन कल्याण और देश के विकास में सहायक साबित होने के लिए।
प्रधानमंत्री ने तीन वार सरकार चुनने के लिए नागरिकों का आभार जताया।
उन्होंने सभी निवाचित सांसदों को बधाई दी और विकास में योगदान के लिए कहा।1213
संविधान के दायरे में: सामूहिक प्रगति का मार्ग
भारत के संविधान ने सामूहिक प्रगति का मार्ग दिखाया है। यह मार्ग कानून और संवैधानिक मूल्यों पर आधारित है।12 प्रधानमंत्री मोदी ने 18वीं लोकसभा के दौरान ‘आम सहमति’ की मांग की थी।
उन्होंने कहा कि सभी राज्यों और क्षेत्रों के लोगों का आपसी समर्थन बहुत जरूरी है।2112
संविधान ने सामूहिक प्रगति को बढ़ावा देने के नियम और अवसर बनाएे है। यह भारतीय विचारधारा का मूल है।12 ये विचारधारा व्यक्ति के हृदय से जुड़ी हुई है और समाज में समानता को बढ़ाती है।12 इस तरह, संविधान ने समूहिक प्रगति के मार्ग को सही दिशा में दिखाया है।12
सरकारने संवैधानिक मूल्यों की प्राथमिकता दी है। उन्होंने तंबाकू मुक्त शैक्षणिक संस्थानों के लिए एक अभियान शुरू किया है।21 कानून का मजबूतीकरण के लिए, सीमा लगाई गई है कि 31 मार्च, 2025 तक गेहूं के स्टॉक ज़्यादा नहीं होना चाहिए।21 ये कदम सामूहिक प्रगति के लिए सरकार की प्रतिबद्धता का प्रमाण है।
FAQ
प्रधानमंत्री मोदी ने संसद में किस बात की मांग की?
18वीं लोकसभा के पहले सत्र की क्या विशेषता है?
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में किन बातों पर जोर दिया?
प्रधानमंत्री मोदी ने ‘आम सहमति’ की मांग क्यों की?
18वीं लोकसभा की क्या विशेषताएं हैं?
प्रधानमंत्री मोदी ने 18 अंक को क्यों खास बताया?
प्रधानमंत्री मोदी ने इमरजेंसी की 50वीं वर्षगांठ को कैसे याद किया?
प्रधानमंत्री मोदी ने किस वर्ष तक विकसित भारत के निर्माण का लक्ष्य रखा है?
युवा सांसदों की भूमिका क्या होगी?
प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष से क्या अपेक्षा की?
सरकार ने क्या वादा किया है?
प्रधानमंत्री मोदी ने संवैधानिक मूल्यों के बारे में क्या कहा?
स्रोत लिंक
- https://www.abplive.com/news/india/lok-sabha-session-18th-lok-sabha-speaker-election-congres-demand-know-bjp-planning-2721885 – स्पीकर, डिप्टी स्पीकर को लेकर फंस न जाए गेम! BJP के मास्टरप्लान पर इंडिया क्या हो जाएगा हावी,
- https://www.tv9hindi.com/india/pm-modi-says-india-needs-responsible-opposition-pm-modi-ahead-of-first-session-of-18th-lok-sabha-2687622.html – तीसरे कार्यकाल में 3 गुना काम करेंगे, जनता ने नीति और नीयत पर लगाई मुहर, देश को एक अच्छे विपक्ष की अपेक्षा… संसद सत्र से पहले बोले पीएम मोदी
- https://www.aajtak.in/india/politics/story/parliament-session-2024-18th-loksabha-take-oath-speaker-election-live-update-ntc-1971407-2024-06-24 – Parliament Session 2024 Live Updates: 18वीं लोकसभा का सत्र शुरू, सबसे पहले PM मोदी, फिर अमित शाह, गडकरी, शिवराज ने सांसद के रूप में ली शपथ
- https://4pm.co.in/the-first-session-of-the-18th-lok-sabha-started-amid-oppositions-attitude-and-uproar/92280 – विपक्षी तेवर व हंगामे के बीच शुरू हुआ 18वीं लोकसभा का पहला सत्र – 4PM News
- https://www.amarujala.com/photo-gallery/india-news/top-news-headline-today-important-and-big-news-stories-of-24-june-2024-updates-on-amar-ujala-2024-06-24 – Top News: 18वीं लोकसभा का पहला सत्र आज से, परीक्षा सुधारों पर केंद्र के उच्च स्तरीय पैनल की बैठक होगी
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- https://www.ucnnews.live/politics/all-nda-mps-including-prime-minister-modi-shah-nitin-gadkari-took-oath-opposition-created-ruckus-outside-the-house-1719212599164 – प्रधानमंत्री मोदी, अमित शाह, नितिन गडकरी सहित एनडीए के तमाम सांसदों ने ली शपथ; विपक्ष ने किया सदन के बाहर किया हंगामा
- https://www.aajtak.in/india/politics/story/lok-sabha-speaker-election-2024-bjp-nda-tdp-jdu-india-bloc-deputy-speaker-congress-parliament-session-ntc-bikt-1971568-2024-06-24 – परंपरा टूटेगी या कांग्रेस के ऑप्शन पर BJP सहमत होगी? JDU-TDP ने स्पीकर चुनाव पर क्लियर कर दिया स्टैंड
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- https://www.nayaindia.com/opinion/columnist/lok-sabha-election-result-nda-vs-india-bloc-463371.html – नई शुरुआत सकारात्मक होनी चाहिए
- https://www.jagran.com/editorial/nazariya-challenge-of-selection-of-lok-sabha-speaker-23743838.html – लोकसभा अध्यक्ष के चयन की चुनौती NDA की स्थिरता के मिलेंगे संकेत – challenge of selection of Lok Sabha speaker
- https://motaitalic.github.io/devanagari-documentation/languages/hindi/basic-info/hindi-word-frequency.txt – Plain text
- https://www.loktej.com/article/102685/all-efforts-will-be-made-to-move-ahead-with-consensus – देश चलाने के लिए आम सहमति से आगे बढ़ने के सभी प्रयास किए जाएंगे : प्रधानमंत्री मोदी
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- https://www.indiatodayhindi.com/magazine/cover-story/story/20240626-what-will-be-the-agenda-for-modi-cabinet-30-1030487-2024-06-24 – टीम मोदी 3.0 के लिए क्या रहेगा एजेंडा?
- https://jantaserishta.com/national/after-modis-lok-sabha-jibe-jairam-ramesh-launches-attack-on-non-organic-pm-3346123 – New Delhi : मोदी के लोकसभा वाले कटाक्ष के बाद जयराम रमेश ने ‘गैर-जैविक पीएम’ पर नशाना सादा
- https://navbharattimes.indiatimes.com/opinion/editorial/congress-challenges-after-lok-sabha-election-results-full-analysis/articleshow/110811637.cms – संपादकीय: थोड़ी खुशी, थोड़ा गम, कांग्रेस के लिए चुनौतियों से भरा है आगे का रास्ता
- https://www.xn--i1bj3fqcyde.xn--11b7cb3a6a.xn--h2brj9c/news_lists – समाचार और प्रेस विज्ञप्तियां| भारतीय राष्ट्रीय पोर्टल
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Last modified: June 24, 2024